पंडित टोडरमल स्मारक के विद्यार्थी वैसे तो साल भर ही तत्व्य प्रचार की गतिविधियों से जुड़े रहते है दसलक्षण और अष्ठानिका जैसे शाश्वत पर्वो पर तो प्रवचन के लिए जाते ही है बीच बीच में लगने वाले शिविरों में सम्लित होकर धर्म का पचार प्रसार भी निरंतन करते रहते है ...इनमे शीतकालीन शिविर और विशेष दिनों जैसे दीपावली आदि पर लगने वाले शिविर शामिल है जिनमे अभी दीपावली पर बक्स्वाहा से लगने वाला शिविर इसका उदाहरण है ...ये उन दिनों की बात है जब विद्यार्थी अपनी कॉलेज की पढाई में व्यस्थ रहते है..और समय निकल कर तत्त्व प्रचार करते है ..लेकिन जब शास्त्री विद्वान् कॉलेज की पढाई से निवृत होते है तब घर में छुट्टी मनाने के वजह बे अपना समय धार्मिक तत्व प्रचार में लगते है ....और इस गर्मी के मौसम में भी गाँव गाँव जाकर बालको को धार्मिक संस्कार देते है ...ताकि समाज को एक सभ्य और संस्कारित इंसान के साथ जैन धरम का नाम रोशन करने वाला सच्चा जैनी मिल सके ..इन शिवरों का आयोजन और संयोजन भी विद्यार्थियों द्वारा ही किया जाता है ....इन दो महीनो पूरे देश में धार्मिक माहौल रहता है ..इन शिविरों में १८ दिनों तक चलने वाला प्रशिक्षण शिविर भी शामिल है जिसका हिस्सा विद्यार्थी होते है बैसे इस बार का प्रशिक्षण शिविर देवलाली नासिक में ११ मई से आयोजित हो रहा है ....इस शिविर में डॉ हुकम चन्द भारिल्ल जी का हीरक जयंती का कार्यक्रम शामिल है ... खैर ये ग्रुप शिविर किसी एक प्रदेश में नही बल्कि पूरे भारत के हर राज्य में लगाये जाते है ..उन शिविरों की जानकारी देना तो संभव नही है लेकिन हमें जिन शिविरों की जानकारी सुलभता से प्राप्त हुई है उसकी सूची नीचे दी जा रही है. अगर उक्त संबध में कोई गलती हो या किसी शिविर की जानकारी आपको हो तो कृपया हमें जरुर बताये ......सभी शास्त्री भाइयो को इस तत्त्व प्रचार में योगदान देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद के साथ शिविर सफलता की मंगलमय कामना ....पूरी ब्लॉग टीम की तरफ से ....
शिविर का नाम शिविर आयोजन शिविर स्थान शिविर दिनांक शिविर संयोजक
स्थान
अमरमऊ शिविर अमरमऊ 20 22 से 29 मई २०१० अमरमऊ मुमुक्षु मंडल
सिलवानी शिविर सिलवानी 35 01 से 10 मई 10 समकित शास्त्री
आशीष शास्त्री ,सिलवानी
नौगाँव शिविर नौगाँव 20 11 से 19 मई 10 राहुल शास्त्री,
मोहित शास्त्री नौगाँव
इंदौर शिविर इंदौर 1500 02 से 11 मई १० रितेश शास्त्री सनावद
(बच्चे एक ही इंदौर मुमुक्षु मंडल
स्थान पर )
विदर्भ शिविर नागपुर 51 12 से 20 जून 10 नागपुर मुमुक्षु मंडल
भिंड शिविर भिंड 101 -------- भिंड मुमुक्षु मंडल
द्रोणागिर शिविर द्रोणागिर 25 --------- ----------
प्रशिक्षण शिविर देवलाली नासिक 3000 लोग 11 मई से प्रारंभ ---------
हमारा स्मारक : एक परिचय
श्री टोडरमल जैन सिद्धांत महाविद्यालय जैन धर्म के महान पंडित टोडरमल जी की स्मृति में संचालित एक प्रसिद्द जैन महाविद्यालय है। जिसकी स्थापना वर्ष-१९७७ में गुरुदेव श्री कानजी स्वामी की प्रेरणा और सेठ पूरनचंदजी के अथक प्रयासों से राजस्थान की राजधानी एवं टोडरमल जी की कर्मस्थली जयपुर में हुई थी। अब तक यहाँ से 36 बैच (लगभग 850 विद्यार्थी) अध्ययन करके निकल चुके हैं। यहाँ जैनदर्शन के अध्यापन के साथ-साथ स्नातक पर्यंत लौकिक शिक्षा की भी व्यवस्था है। आज हमारा ये विद्यालय देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी जैन दर्शन के प्रचार-प्रसार में संलग्न हैं। हमारे स्मारक के विद्यार्थी आज बड़े-बड़े शासकीय एवं गैर-शासकीय पदों पर विराजमान हैं...और वहां रहकर भी तत्वप्रचार के कार्य में निरंतर संलग्न हैं।
विशेष जानकारी के लिए एक बार अवश्य टोडरमल स्मारक का दौरा करें।
हमारा पता- पंडित टोडरमल स्मारक भवन, a-4 बापूनगर, जयपुर (राज.) 302015
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