सूत्रों के हवाले से पता चला है की स्मारक मे शायद पंचकल्याणक करने की योजना बन रही है| स्मारक मे होने वाला यह पंचकल्याणक शायद वर्ष २०१२ के अंतिम महीने मे रखा जाये| अभी कुछ भी स्पष्ट नहीं कहा जा सकता है पर इतना ज़रूर है की यदि ऐसा हुआ तो यह इतिहास के पन्नो मे सबसे बड़ा पंचकल्याणक होगा! अगर हुआ तो इस पर आपके क्या विचार है?
हमारा स्मारक : एक परिचय
श्री टोडरमल जैन सिद्धांत महाविद्यालय जैन धर्म के महान पंडित टोडरमल जी की स्मृति में संचालित एक प्रसिद्द जैन महाविद्यालय है। जिसकी स्थापना वर्ष-१९७७ में गुरुदेव श्री कानजी स्वामी की प्रेरणा और सेठ पूरनचंदजी के अथक प्रयासों से राजस्थान की राजधानी एवं टोडरमल जी की कर्मस्थली जयपुर में हुई थी। अब तक यहाँ से 36 बैच (लगभग 850 विद्यार्थी) अध्ययन करके निकल चुके हैं। यहाँ जैनदर्शन के अध्यापन के साथ-साथ स्नातक पर्यंत लौकिक शिक्षा की भी व्यवस्था है। आज हमारा ये विद्यालय देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी जैन दर्शन के प्रचार-प्रसार में संलग्न हैं। हमारे स्मारक के विद्यार्थी आज बड़े-बड़े शासकीय एवं गैर-शासकीय पदों पर विराजमान हैं...और वहां रहकर भी तत्वप्रचार के कार्य में निरंतर संलग्न हैं।
विशेष जानकारी के लिए एक बार अवश्य टोडरमल स्मारक का दौरा करें।
हमारा पता- पंडित टोडरमल स्मारक भवन, a-4 बापूनगर, जयपुर (राज.) 302015
2 comments:
it's a big brekaing.......to smarak taiyar hai dhamake ke liye.......
great news bhai.......
Post a Comment