आगामी पंचकल्याणक से पूर्व टोडरमल स्मारक नए चोगे को पहनने के लिए तेजी से आगे बढ़ रहा है...विगत दो वर्षों से जारी नवीनीकरण की श्रृंखला में अब प्रवचन हाल और बाबु भाई हाल के बाद त्रिमूर्ति और मुख्य प्रवेश द्वार पर निर्माण कार्य तीव्र गति से जारी हैं...उस नव-निर्माण की कुछ झलकियाँ यहाँ प्रस्तुत हैं...स्मारक के न्यू प्रपोस्ड प्लान की झलकियाँ यहाँ पूर्व में प्रकाशित की जा चुकी हैं...
हमारा स्मारक : एक परिचय
श्री टोडरमल जैन सिद्धांत महाविद्यालय जैन धर्म के महान पंडित टोडरमल जी की स्मृति में संचालित एक प्रसिद्द जैन महाविद्यालय है। जिसकी स्थापना वर्ष-१९७७ में गुरुदेव श्री कानजी स्वामी की प्रेरणा और सेठ पूरनचंदजी के अथक प्रयासों से राजस्थान की राजधानी एवं टोडरमल जी की कर्मस्थली जयपुर में हुई थी। अब तक यहाँ से 36 बैच (लगभग 850 विद्यार्थी) अध्ययन करके निकल चुके हैं। यहाँ जैनदर्शन के अध्यापन के साथ-साथ स्नातक पर्यंत लौकिक शिक्षा की भी व्यवस्था है। आज हमारा ये विद्यालय देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी जैन दर्शन के प्रचार-प्रसार में संलग्न हैं। हमारे स्मारक के विद्यार्थी आज बड़े-बड़े शासकीय एवं गैर-शासकीय पदों पर विराजमान हैं...और वहां रहकर भी तत्वप्रचार के कार्य में निरंतर संलग्न हैं।
विशेष जानकारी के लिए एक बार अवश्य टोडरमल स्मारक का दौरा करें।
हमारा पता- पंडित टोडरमल स्मारक भवन, a-4 बापूनगर, जयपुर (राज.) 302015
Tuesday, June 28, 2011
विकास के रथ पे सवार...परिवर्तन की ओर हमारा स्मारक
आगामी पंचकल्याणक से पूर्व टोडरमल स्मारक नए चोगे को पहनने के लिए तेजी से आगे बढ़ रहा है...विगत दो वर्षों से जारी नवीनीकरण की श्रृंखला में अब प्रवचन हाल और बाबु भाई हाल के बाद त्रिमूर्ति और मुख्य प्रवेश द्वार पर निर्माण कार्य तीव्र गति से जारी हैं...उस नव-निर्माण की कुछ झलकियाँ यहाँ प्रस्तुत हैं...स्मारक के न्यू प्रपोस्ड प्लान की झलकियाँ यहाँ पूर्व में प्रकाशित की जा चुकी हैं...
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