हमारा स्मारक : एक परिचय

श्री टोडरमल जैन सिद्धांत महाविद्यालय जैन धर्म के महान पंडित टोडरमल जी की स्मृति में संचालित एक प्रसिद्द जैन महाविद्यालय है। जिसकी स्थापना वर्ष-१९७७ में गुरुदेव श्री कानजी स्वामी की प्रेरणा और सेठ पूरनचंदजी के अथक प्रयासों से राजस्थान की राजधानी एवं टोडरमल जी की कर्मस्थली जयपुर में हुई थी। अब तक यहाँ से 36 बैच (लगभग 850 विद्यार्थी) अध्ययन करके निकल चुके हैं। यहाँ जैनदर्शन के अध्यापन के साथ-साथ स्नातक पर्यंत लौकिक शिक्षा की भी व्यवस्था है। आज हमारा ये विद्यालय देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी जैन दर्शन के प्रचार-प्रसार में संलग्न हैं। हमारे स्मारक के विद्यार्थी आज बड़े-बड़े शासकीय एवं गैर-शासकीय पदों पर विराजमान हैं...और वहां रहकर भी तत्वप्रचार के कार्य में निरंतर संलग्न हैं। विशेष जानकारी के लिए एक बार अवश्य टोडरमल स्मारक का दौरा करें। हमारा पता- पंडित टोडरमल स्मारक भवन, a-4 बापूनगर, जयपुर (राज.) 302015

Sunday, December 13, 2009

फैडरेशन की दक्षिण भारत तीर्थ यात्रा २२ दिसम्बर से ..

  



अखिल भारतीय जैन युवा फैडरेशन की दक्षिण भारत के सभी जैन तीर्थो की यात्रा २२ दिसम्बर से प्रारंभ हो रही है इस सात दिवसीय यात्रा २८ दिसम्बर तक रहेगी. यात्रा  में कोलकाता, मुंबई, अहमदाबाद और जयपुर जैसे बड़ेशहरो के लोगो के साथ साथ पूरे भारत देश से लगभग 400 साधर्मी भाई बहिन इस यात्रा में शामिल गे . इस यात्रा की सबसे खास बात यह है की यात्रा के दौरान भोजन और आवास की व्यवस्था पांच सितारा (5  star) के तर्ज पर रहेंगी साथ ही पूरी यात्रा में  स्पेसल लग्जरी बसों में सफर का मजा भी लिया जा सकता है .यात्रा के दोरान  २५ दिसम्बर को श्रवण बेल गोला में डॉ.हुकमचन्द भारिल्ल जी की हीरक जयंती भी मनाई जाएगी .

                                                                              फैडरेशन  की इस बार की यात्रा में दक्षिण भारत के बेहद खुबसूरत नजारों के साथ साथ आप सभी को बहुत ही प्राचीन और सुन्दर जैन तीर्थो के दर्शन करने का मौका भी मिलेगा जँहा एक तरफ बाहुबली भगबान की विशाल प्रतिमा के दर्शन आपको होंगे वही डॉ हुकमचंद भारिल्ल ,पं. रतनचंद जी भारिल्ल जैसे अनेक विद्वानों के मुखारबिन्द से जिनवानी सुनने का अवसर भी मिलेगा ...यात्रा पर जाने वाले सभी यात्रियो को हमारी ब्लॉग टीम और आप सभी की तरफ से ढेर सारी शुभकामनाये .........आप की यात्रा मंगलमय हो..........

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