हमारा स्मारक : एक परिचय

श्री टोडरमल जैन सिद्धांत महाविद्यालय जैन धर्म के महान पंडित टोडरमल जी की स्मृति में संचालित एक प्रसिद्द जैन महाविद्यालय है। जिसकी स्थापना वर्ष-१९७७ में गुरुदेव श्री कानजी स्वामी की प्रेरणा और सेठ पूरनचंदजी के अथक प्रयासों से राजस्थान की राजधानी एवं टोडरमल जी की कर्मस्थली जयपुर में हुई थी। अब तक यहाँ से 36 बैच (लगभग 850 विद्यार्थी) अध्ययन करके निकल चुके हैं। यहाँ जैनदर्शन के अध्यापन के साथ-साथ स्नातक पर्यंत लौकिक शिक्षा की भी व्यवस्था है। आज हमारा ये विद्यालय देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी जैन दर्शन के प्रचार-प्रसार में संलग्न हैं। हमारे स्मारक के विद्यार्थी आज बड़े-बड़े शासकीय एवं गैर-शासकीय पदों पर विराजमान हैं...और वहां रहकर भी तत्वप्रचार के कार्य में निरंतर संलग्न हैं। विशेष जानकारी के लिए एक बार अवश्य टोडरमल स्मारक का दौरा करें। हमारा पता- पंडित टोडरमल स्मारक भवन, a-4 बापूनगर, जयपुर (राज.) 302015

Friday, February 5, 2010

चक दे स्मारक!!




स्मारक के बगल में स्थित एक निर्माणाधीन बिल्डिंग के खुले पड़े बोरिंग के गड्डे में कल एक गाय के गिर जाने से बहुत देर तक उसे निकलने मैं सफलता नहीं मिल पायी. गांधीनगर थाने में फ़ोन करने पर नगर निगम को सूचित करने को कहा गया, नगर निगम ने ऐसा जवाब दिया जैसे उन्हें नाली साफ़ करने को बोला जा रहा हों. एनिमल रेस्कुए, दुर्गापुरा फ़ोन किया गया तो कहा की हमारे पास औज़ार नहीं हैं. अंतत: किसी के नहीं पहुचने पर स्मारक के २५ लड़के और स्थानीय लोगों ने ४ घंटे की मशकत्त के बाद उसे बहार निकाल ही लिया.

बाद में सरकार की क्लास लगाने हेतु स्मारक के विद्यार्थियों ने इसे अखबार में भी दिया, जिसमे टोडरमल स्मारक के छात्रों की प्रशंशा की गयी.

ब्लॉग टीम इस काम की सराहना करती हैं.

3 comments:

ANKUR JAIN said...

nice work shastriyon....isi se hamari asli pahchan hai....

sarvagya Bharill said...

true

Chetan jain said...

shashtri is great.....ye hmara desh ke logo ko mishal hai ki ham bolne me nhi karne me yakeen rakhte hai....