हमारा स्मारक : एक परिचय

श्री टोडरमल जैन सिद्धांत महाविद्यालय जैन धर्म के महान पंडित टोडरमल जी की स्मृति में संचालित एक प्रसिद्द जैन महाविद्यालय है। जिसकी स्थापना वर्ष-१९७७ में गुरुदेव श्री कानजी स्वामी की प्रेरणा और सेठ पूरनचंदजी के अथक प्रयासों से राजस्थान की राजधानी एवं टोडरमल जी की कर्मस्थली जयपुर में हुई थी। अब तक यहाँ से 36 बैच (लगभग 850 विद्यार्थी) अध्ययन करके निकल चुके हैं। यहाँ जैनदर्शन के अध्यापन के साथ-साथ स्नातक पर्यंत लौकिक शिक्षा की भी व्यवस्था है। आज हमारा ये विद्यालय देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी जैन दर्शन के प्रचार-प्रसार में संलग्न हैं। हमारे स्मारक के विद्यार्थी आज बड़े-बड़े शासकीय एवं गैर-शासकीय पदों पर विराजमान हैं...और वहां रहकर भी तत्वप्रचार के कार्य में निरंतर संलग्न हैं। विशेष जानकारी के लिए एक बार अवश्य टोडरमल स्मारक का दौरा करें। हमारा पता- पंडित टोडरमल स्मारक भवन, a-4 बापूनगर, जयपुर (राज.) 302015

Wednesday, February 17, 2010

सांस्कृतिक सप्ताह सानंद संपन्न

पिछले ७ दिनों से प. टोडरमल स्मारक में चल रहे सांस्कृतिक सप्ताह का दिनांक १६.०२.२०१० को सानंद समापन हो गया हैं. आखिरी कार्यक्रम मुंबई से पधारे डॉ. उत्तम चंद जी भारिल्ल की अध्यक्षता मे हुआ. साथ ही निर्णायक के रूप में प. शुद्धात्म प्रकाश जी एवं प. प्रवीण जी शास्त्री भी मोजूद थे. ७ दिन तक लगातार चले इस कार्यक्रम में स्मारक के विब्भिन छात्रों ने भाग लिया. कनिष्ठ उपाध्याय के नवीन छात्रों के लिए, अपनी प्रतिभा दिखाने का स्वर्णिम अवसर इन सात दिनों में प्राप्त हुआ. इन सात दिनों मे प्रतियोगिताओ में रहे विजेताओ को ब्लॉग टीम की ओर से बहुत-बहुत बधाई.

स्मारक की गतिविधिया चालू हैं. आने वाले "विदाई समारोह" की ख़बरों के लिया पढते रहियें......

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